हरियाणा की राजनीति और प्रशासन
हरियाणा भारतीय गणराज्य का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जिसकी राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ और संगठित है। इस राज्य की प्रशासनिक संरचना, विधानमंडल, तथा राज्यपाल और मुख्यमंत्री की भूमिका इसे सुचारू रूप से संचालित करने में मदद करती है।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल
हरियाणा में मुख्यमंत्री राज्य सरकार का प्रमुख होता है, जबकि राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख होता है, जिसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है।
- पहले मुख्यमंत्री – पं. भगवत दयाल शर्मा (1966-67)
- पहले राज्यपाल – धर्मवीर (1966-67)
- वर्तमान मुख्यमंत्री – नायब सिंह सैनी
- वर्तमान राज्यपाल – वर्तमान राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय हैं
मुख्यमंत्री राज्य के विकास और नीति निर्माण के लिए ज़िम्मेदार होता है, जबकि राज्यपाल संवैधानिक संतुलन बनाए रखने का कार्य करता है।
हरियाणा की राज्य विधान सभा
हरियाणा में एक एकसदनीय (Unicameral) विधानमंडल है, जिसे हरियाणा विधानसभा कहा जाता है।
- कुल 90 सदस्य (MLAs)
- कार्यकाल – 5 वर्ष
- प्रमुख दल – भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस (INC), जननायक जनता पार्टी (JJP) आदि।
- विधानसभा का मुख्यालय – चंडीगढ़
राज्य में विधायी कार्य विधानसभा के माध्यम से संचालित किए जाते हैं।
प्रशासनिक संरचना
हरियाणा को प्रशासनिक रूप से जिलों, तहसीलों और ब्लॉकों में विभाजित किया गया है।
- जिले (Districts) – 22
- तहसीलें (Tehsils) – 93+
- उपमंडल (Sub-divisions) – 72
- ब्लॉक (Blocks) – 140+
- ग्राम पंचायतें (Village Panchayats) – 6000+
हर जिले का प्रशासन जिला अधिकारी (DC) द्वारा किया जाता है, जो कानून-व्यवस्था, विकास योजनाओं और प्रशासनिक कार्यों की निगरानी करता है।
निष्कर्ष
हरियाणा की राजनीति और प्रशासनिक प्रणाली सुचारू और प्रभावशाली है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नेतृत्व में राज्य सरकार कार्य करती है, जबकि विधान सभा नीतियाँ निर्धारित करती है। मजबूत प्रशासनिक ढांचा हरियाणा को एक संगठित और विकसित राज्य बनाने में सहायक है।
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